क्या आप रिश्ता ख़त्म करने के बारे मे सोच रहे है?
रिश्ता आपका भी है तो आप क्यों खुद से पहल नही कर सकते???
अपना जवाब हा देने से पहले अपने आप से पूछ लीजिए की क्या आपने पूरी कोशिश की है अपने रिश्ते को बचाने की!
रिश्ता निभाना बहुत कठिन काम है और कठिन काम बहुत कम लोग ही कर पाते है, आपके रिश्ते ने अगर इतनी खुशिया दी है तो आपको उसे बचाने के लिए सबकुछ करना ही चाहिए!
आज कल रिश्ते ख़त्म होने का सबसे बड़ा कारण पहल ना करना है, "मॅ पहले क्यों बात करू, मैने तो कुछ किया ही नही, जब ग़लती मेरी नही तो मॅ क्यों झूकू" यही सब सोच रिश्ते को धीरे धीरे ख़त्म कर देती है|
रिश्ता आपका भी है तो आप क्यों खुद से पहल नही कर सकते???
हम आज ऐसी 6 बाते बताएँगे जिसपे अमल करने के बाद आपको ये तो ज़रूर लगेगा की आपने वो सब किया जो कोई भी रिश्ते को बचाने के लिए कर सकता था!
1 - पहली बात, ये सोचिए की आपका रिश्ता पहले तो ऐसा नही था, आप लोगो ने रिश्ते को बड़े प्यार से बनाया था और आप लोग अपने रिश्ते से बहुत खुश भी थे फिर अभी ऐसा क्या हो गया!
2 - दूसरी बात, सामने वाले की ग़लती से पहले अपनी ग़लती ढूंढीए, क्योंकि सब के अंदर कमी होती है शायद आपको अपने मे कुछ मिल जाए, कमियो को जानके उसे नोट कर लीजिए क्योंकि जब आप बात करेंगे तब आपको बोलना होगा की आप अपनी इन कमियो पे काम करोगे!
3 - तीसरी बात, आप शांत रहिए, अपने साथी से बात कीजिए की वो आपको समय दे ताकि आप लोग बात कर सके, मगर यहा एक बात का ध्यान रखिए, आप ज़िद ना करे, सामने वाले पे छोर दे की वो कब बात करना चाहता/चाहती है, ध्यान रखे ज़बरदस्ती बात करने के लिए मजबूर ना करे!
4 - चौथी बात, अगर आपको बात करने का मौका मिले तो किसी शांत जगह पे जाए और बात करे, खुद से वादा करे की आप शांत ही रहेंगे और सिर्फ़ रिश्ते को बचाने की कोशिश करेंगे!
5 - तीसरे और चोथे बात को दोहराए जब तक समस्या का हल ना मिले!
6 - सबसे आख़िरी मे उन पहलू को छोड़ दे जिनमे आप दोनो के मत बिल्कुल अलग है. क्योंकि अभी आपकी कोशिश रिश्ते को बचाने की है! बात को पकड़ के बैठेंगे तो हल नही निकलेगा, अभी के लिए छोड़ना ही बेहतर है!
रिश्ते २ लोगो मे बनते है इसलिए रिस्ते को सही तरीके से चलाने की ज़िम्मेदारी भी दोनो की होती है, आपका काम पहल करने का है क्योंकि रिश्ता आपका भी है तो आप बस पहल करो बाकि क्या होगा इसका जवाब वक़्त देगा!
वैसे ये बात सच है, की तारीफ तो तब है जब रिस्ते को निभाया जाए, उसे बचाया जाए जब वो टूट रहा हो, क्योंकि
रिश्ता तोड़ने के लिए सामने वाले की एक ग़लती ही काफ़ी होती है लेकिन रिश्ते को जोड़े रखने के लिए सामने वाले की बहुत सी ग़लतियाँ नज़र अंदाज करनी पड़ती है जो सच मे बहुत ही मुश्किल काम है!
आप बस इन 6 बातो को याद रखिए और कोशिश कीजिए अपने प्यारे से रिश्ते को बचाने की!
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